LYRIC

कोई ये बता दे मैं हूँ कहाँ
कोई तो बता दे मेरा पता
सही है के नहीं मेरी ये डगर
लूं के नहीं मैं अपना ये सफ़र

डर लगता है सपनो से
कर दे ना ये तबाह
डर लगता है अपनों से
दे दें ना ये दगा

मैं चाँद हूँ या दाग हूँ
मैं राख हूँ या आग हूँ
मैं बूँद हूँ या हूँ लहर
मैं हूँ सुकून या हूँ कहर..

कोई ये बता दे मैं कौन हूँ
क्यूँ हूँ मैं, क्या हूँ
मैं कौन हूँ
यकीन है के नहीं
खुद पे मुझको क्या
हूँ के नहीं मैं
है फरक पड़ता क्या

किसके कन्धों पे रोऊँ
हो जाए जो खता
किसको राहों में ढूंढूं
खो जाए जो पता

मैं चाँद हूँ या दाग हूँ
मैं राख हूँ या आग हूँ
मैं बूँद हूँ या हूँ लहर
मैं हूँ सुकून या हूँ कहर..

मैं सच कहूँ या चुप रहूँ
दिल खोल दूं या तोड़ दूं

मैं हद करूँ या बस करूँ
मैं जिद करूँ या छोड़ दूं

मैं चाँद हूँ या दाग हूँ
मैं राख हूँ या आग हूँ
मैं बूँद हूँ या हूँ लहर
मैं हूँ सुकून या हूँ कहर

हेय

मैं कौन हूँ..

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